- मुंबई: कोरोना वायरस का करेंट गोल्ड की कीमतों को इतनी तेजी से बढ़ाएगा, इसका अंदेशा तो खुद बाजार के दिग्गजों का भी नहीं रहा होगा। शुक्रवार को महाशिवरात्री के मौके बाजार कमोडिटी एक्सचेंज भले ही बंद रहे, लेकिन इंटरनैशनल बाजार में जिस तेजी से गोल्ड की कीमतें उछल रही थी, उसे देखकर बुलियन बाजार के लोग भी अचरज में पड़ गए। ऐसी शॉर्ट टर्म तेजी लोगों ने पहले कभी देखी नहीं है। चीन से दुनिया भर के करीब पहले कभी देखी नहीं है। चीन से दुनिया भर के करीब 26 देशों तक फैले कोरोना वायरस संक्रमण के चलते भले ही आर्थिक ग्रोथ कम होने की आशंका है लेकिन इस बीच सेफ हेवन के तौर पर प्रचलित गोल्ड में निवेश की बढ़ती मांग इसे लगातार महंगा कर रही है। विना जीएसटी अब गोल्ड 42,729 रुपये प्रति दस ग्राम और जीएसटी समेत 44,011 रुपये पर पहुंच गया है। झवेरी बाजार स्थित उम्मेदमल त्रिलोकचंद झवेरी कहते हैं, 'सभी ने 42,000 का टार्गेट लगाया था, लेकिन गोल्ड तो अब इससे बहुत आगे बढ़ चुका है। अब यह किधर लेकर जाएगा, इसका अनुमान लगाना कठिन होता जा रहा है। मार्केट खुद सरप्राइज मोड में है और लोग वेट ऐंड वॉच मोड में।'
क्या बेचने का टाइम
इब्जा के नैशनल सेक्रेटरी सुरेंद्र मेहता के अनुसार डॉलर 72 क्रॉस कर चुका है, लेकिन लगता है कि लगभग स्पेकुलेटिव मोड में आ गए गोल्ड को जब कोरोना वायरस के इलाज से जुड़ी कोई सकारत्मक खबर सामने आने पर झटका लगेगा, तब रुपया भी एप्रिसिएट हो जाएगा। गोल्ड 39,500 रुपये तक का स्तर वापस दिख सकता है और ऐसे यह समय गोल्ड बेचने की इच्छा रखने वालों के लिए भी सही है।